खुद को गलत कार्यों से बचाते हुए अच्छे कार्यों की तरफ ले जाना ही उत्तम संयम है।
हम संयम क्यों करें?
मानसिक संयम- आवश्यकता से अधिक देखना, सुनना, व्यस्तता हमारे मन की शांति का भंग होना।
शारीरिक बल- हर समय AC का प्रयोग या स्वादिष्ट भोजन अधिक खाने पर हमारे स्वास्थ्य का खराब होना।
स्वास्थ्य लाभ- tv, mobile, tab आदि का प्रयोग करते हुए भोजन करने से वांछित लाभ नहीं मिलना।
आध्यात्मिक शक्ति- सुबह उठकर प्रार्थना करने की जगह mobile देखने से भावनाओं का खत्म होना।
वैचारिक शक्ति- किसी भी विषय पर जरूरत से ज्यादा सोचने से मन को विराम नहीं मिल पाना।
समय का सदुपयोग- अनुशासन रहित जीवन से सारा जीवन अस्त-व्यस्त होना।
मानसिक अवसाद- वाँछित लाभ न मिलने पर मन में अनुत्साह और निराशा, सह-साथियों से ईर्ष्या, प्रतियोगिता, अनैतिक/अनुचित तरीकों से प्राप्त करने की उत्कंठा रखना।
पारिवारिक शान्ति- परिवार, व्यवसाय आदि में असन्तुलन रखने से अशान्ति होना।
सीख:
*संयम धर्म की जीवन के हर क्षण आवश्यकता है क्योंकि संयम ही हमारे जीवन का सुरक्षा कवच है।
*संयम को अपने जीवन के सबसे बड़े खजाने की तरह सुरक्षित रखना चाहिए क्योंकि जब जीवन में संयम आएगा तभी जीवन धन्य हो सकेगा।
Leave a Reply