शंका
मन्दिर बनवाना, श्री जी विराजमान करना, शास्त्र दान करना और धर्म-यात्रा करवाना उत्तम दान की श्रेणी में आता है। पर आज के समय को देखते हुए किसी बीमार, लाचार, गरीब या विधवा की सहायता करना या किसी गरीब को शिक्षा दिलवाना सही लगता है। तो आज के जमाने के अनुसार उत्तम दान कौन सा है?
समाधान
दान अपने आप में उत्तम है। कौन सा दान उत्तम है? कौन सा दान अनुत्तम है? यह बाद का प्रश्न है। दान उत्तम है, पर दान दो प्रकार के होते हैं- एक पारमार्थिक दान है और एक लौकिक दान है! पारमार्थिक दान हमारे परमार्थ के मार्ग के प्रवर्तन में सहायक बनता है, इसलिए उसका स्थान कोई नहीं ले सकता और लौकिक दान लौकिक कार्यों में होता है। हमें जहाँ-जब-जैसा प्रसंग हो तब-वैसा कार्य करना चाहिए।
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