शंका
जिन दम्पति को बच्चे नहीं होते हैं और वह अनाथ आश्रम से बच्चे लेकर आते हैं, उसके बारे में आपकी क्या राय है? कृपया इस पर प्रकाश डालें?
समाधान
देखिये शास्त्रों में ऐसा वर्णन आता है कि प्राचीन काल में भी अज्ञात शील-कुल वाले बच्चों को महापुरुषों ने स्वीकार किया है। जीवनधर चरित्र को हम पढ़ कर के देखते हैं तो अर्हतदास सेठ श्मशान से जीवनधर को लेकर के गये, उसे अपना लिया। उसे पता नहीं था यह किसकी सन्तान है, क्या है? तो यदि कोई अनाथ आश्रम से बच्चों को लाते हैं और उसका ठीक ढंग से लालन-पालन करके उसे संस्कार देते हैं तो वह दत्तक पुत्र के रूप में भी स्वीकार हो सकता है। धर्म दृष्टि से इसमें कोई बाधा नहीं है।
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