शंका
धर्म की राह पर आगे बढ़ने वाले को बिज़नेस (व्यापार) सँभालना चाहिए या नहीं, इससे श्रावकाचार पर कितना दोष लगेगा?
समाधान
अगर business (व्यापार) की ज़रूरत है, तो करना चाहिए और ज़रूरत नहीं है, तो पूरी तरह धर्म ध्यान करना चाहिए। ऐसा नहीं है कि गृहस्थ धर्म की राह पर नहीं चलता। हर गृहस्थ धर्म की राह पर चलता है, और वह अपने जीवन के निर्वाह के लिये जीविकोपार्जन करता है और व्यापार भी करता है। पर यदि व्यापार में धर्म का अंकुश रहे, तो कोई दोष नहीं। इसलिए जब तक आवश्यकता है तब तक व्यवसाय करें और आवश्यकता नहीं है, तो व्यवसाय को विराम दें।
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