यह जो धर्म बचाओ आंदोलन चल रहा है, इसमें हम मुंबई में बैठकर और बाकी दूसरे श्रावक, जो जयपुर में नहीं है, दूर बैठ कर कैसे सहयोग कर सकते हैं? कृपया मार्गदर्शन बताइये।
‘धर्म बचाओ आंदोलन’ केवल जयपुर का नहीं है, केवल राजस्थान का नहीं, संपूर्ण देश का है, हर उस जैन का है जो जैन धर्म पर अपनी आस्था रखता है। इसलिए इस आन्दोलन में पूरे देश को सम्मिलित होना चाहिए। अपने अपने स्तर पर हर व्यक्ति को इस तरह के कार्यक्रम सुनिश्चित करने चाहिए जो इसकी केंद्रीय समिति तय करें।
आपने पूछा है, “मैं कोलकाता या मुंबई में रह करके कैसे सहयोग करूँ?” पहली बात, इस आंदोलन में हर व्यक्ति अपना सहयोग दे सकता है जब तक इसका हमारे अनुकूल फैसला ना आये, तब तक के लिए रोज एक णमोकार मंत्र की माला फेर करके, यह सहयोग तो आप दे सकते हैं। आज एक संकल्प लें आप सब, “मैं अपने जीवन की एक प्रिय चीज का त्याग करुँगा जब तक यह फैसला नहीं आएगा और णमोकार मंत्र की एक एक माला फेरूँगा” और फेरना शुरू कर दीजिए। दूसरी बात, आप वहाँ रह कर के वातावरण बनाइये। वातावरण बना करके जहाँ, जब, जैसी आवश्यकता हो, करें। यह कार्यक्रम एक बहुत व्यय साध्य कार्यक्रम है और इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के विषय में लोग कहते हैं कि वहाँ बहुत द्रव्य की आवश्यकता होती है। मैं कहना चाहता हूँ समाज के हर समर्थ व्यक्ति से कि इस काम के लिए अपना दिल खोल करके सहयोग देना चाहिए ताकि अर्थ के पीछे हम कहीं कमजोर ना पड़ें।
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