शंका
मनुष्य के जीवन में कुछ परिस्थितियों में कई ऐसी समस्याएँ आती हैं जिनका समाधान नहीं निकल पाता तो ऐसे में क्या करना चाहिए?
समाधान
जिन परिस्थितियों का समाधान नहीं निकलता उनको अपने कर्म की परिणति मान कर के स्वीकार लेना चाहिए और उसका समाधान यही मान लेना चाहिए कि इसी में मेरा निदान है और कोई रास्ता नहीं है, accept (स्वीकार) करो।
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