शंका
क्या चप्पल पहन कर मंदिर जाना चाहिए?
समाधान
चप्पल अशुद्ध है, अशुद्ध सामग्री लेकर के मन्दिर में नहीं जाना चाहिए। मन्दिर में शुद्ध सामग्री लेकर के जाना चाहिए इसलिए चप्पल पहनकर के मन्दिर नहीं जाते।
आजकल चप्पलों की चोरियाँ भी बहुत हो रही हैं लोगों को विकल्प भी होता है इसलिए चप्पल छोड़ कर के जाओ, निर्विकल्प हो करके जाओ। पाँव तो धोये जा सकते हैं, चप्पलों को धोया नहीं जा सकता इसलिए चप्पल छोड़ कर जाना चाहिए।
चोरियों का झमेला बहुत हो गया है। एक व्यक्ति मन्दिर से लौट रहा था, पाँव में चप्पल पहने था। उसके दोस्त ने पूछा ‘क्यों भाई! महाराज ने कहा था-मंदिर चप्पल पहनकर नहीं जाना चाहिए, तुम चप्पल पहन करके आये?’ उसने कहा- ‘भैया पहनकर जाने का निषेध किया था, आने का थोड़े ही।’
Leave a Reply