शंका
उबला हुआ जल शुद्ध कैसे?
समाधान
गृहस्थों के जीवन में दो प्रकार के जीव होते हैं; एक त्रस जीव और एक स्थावर जीव। त्रस जीव जो चलते फिरते हैं, स्थावर जीव एक जगह रहते हैं। तो गृहस्थ लोग त्रस जीव की हिंसा के त्यागी होते हैं, स्थावर जीव के नहीं। पानी को जब छानते हैं उसमें से त्रस जीव अलग कर लेते हैं। और एक अंतर मुहूर्त तक नहीं छाने तो उसमें वापस त्रस जीव हो जाते हैं। पानी छानने के बाद उसको उबाल लो तो कोई जीव नहीं रहते; न त्रस रहते हैं न स्थावर जीव। चूँकि उसके बिना कोई उपाय नहीं है, इसलिए स्थावर जीव की बात अलग है और त्रस जीव की बात अलग है। तो गर्म करने पर उसमें दोबारा ना त्रस जीव आ पाते हैं ना स्थावर जीव आ पाते हैं, इसलिए उसे शुद्ध माना है।
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