गर्भावस्था में महिलाएं व्रत-उपवास कैसे करें?
पुरानी बुजुर्ग महिलाओं से पूछो, उन्होंने गर्भधारण की स्थिति में भी व्रत उपवास किए हैं और उनके जीवन में किसी तरह की कठिनाइयाँ नहीं आई। तो उनको अपना आदर्श बना कर के प्रेरणा लेनी चाहिए, मनोबल जगाना चाहिए और अपना व्रत यथासंभव नहीं तोड़ना चाहिए।
लेकिन आजकल समय उल्टा हो गया है, डॉक्टर डरा देते हैं, शुरू से ही बेड रेस्ट हो जाता है। हमें एक अम्मा ने बताया -” हम तो एक घंटा पहले चक्की चला रहे थे और बच्चा हुआ।” यह हाल पुराने लोगों का है। आजकल कंप्लीट बेड रेस्ट हो जाता है। बेड रेस्ट के चक्कर में सब इफेक्ट उल्टा हो जाता है।
इससे बचना चाहिए और यथासंभव व्रत नहीं तोड़ना चाहिए। यदि गर्भावस्था में भी स्त्री व्रत उपवास करती है, तो उसका, उस पेट में पलने वाले संस्कार पर अच्छा ही प्रभाव पड़ता है, ऐसी मेरी धारणा है। व्रत तोड़ना बहुत उचित नहीं है।
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