शंका
व्रत में कोई दोष लगने पर प्रायश्चित लेने के लिए यदि हमारे गाँव में कोई मुनिराज या पिच्छीधारी आर्यिका या क्षुल्लकजी आदि न हों, तो क्या प्रतिमा धारी श्रावक से प्रायश्चित लिया जा सकता है? या स्वयं ही प्रभु की समक्ष प्रायश्चित लिया जा सकता है?
समाधान
छोटे मोटे व्रत हों तो उनकी शुद्धि के लिए आप भगवान के समक्ष निन्दा गर्हा करके प्रायश्चित ले लें। और बड़े व्रत, जो कि मूल व्रत हैं, पाँच पापों से सम्बन्धित, उससे सम्बन्धित व्रत हों तो गुरुजनों से ही लेना चाहिए, श्रावकों से नहीं।
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