शंका
कलयुग और सतयुग में क्या अन्तर है?
समाधान
हमारे गुरुदेव ने ‘मूकमाटी’ में कलयुग और सतयुग की अभिनव व्याख्या की है। उन्होंने ने लिखा है कि
‘सतयुग तू उसे जान
जिसे बुरा भी बूरा सा लगा है सदा।
और कलयुग तू उसे मान
जिसे खरा भी अखरा है सदा।’
मतलब जिसमें खरा भी अखरे, उसका नाम कलयुग और जिसमें बुरा भी अच्छा लगे, उसका नाम है सतयुग।
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