शंका
यदि कोई महिला दोबारा शादी करती है, तो वो महाराज जी को आहार क्यों नहीं दे सकती है?
समाधान
इस पर हम तर्क नहीं कर सकते हैं। ये आगम की व्यवस्था है और गुरु की आज्ञा है।
स्त्री के लिए मूल मार्ग संन्यास मार्ग है और वो संन्यास का मार्ग अंगीकार करके अपने जीवन का कल्याण करें, उसके लिए वही ज्यादा अच्छा है। ये तर्क का विषय नहीं है।
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