शंका
गृहीत मिथ्यात्व के अन्तर्गत क्या आता है?
समाधान
पंचपरमेष्ठी के अतिरिक्त अन्य सभी की पूजा आराधना करना, उनको अपना इष्टदेव मानना; वीतराग को छोड़कर रागी-द्वेषी की पूजा अर्चना करना, ये सब गृहीत मिथ्यात्व के अन्तर्गत आता है। धर्म के किसी एक पक्ष का एकांगी आग्रह रखना, ये भी एक गृहीत मिथ्यात्व के अन्तर्गत आता है। तो इन सब से अपने आपको बचाना चाहिए।
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