शंका
पंचकल्याणक में जिन प्रतिमा की पूजा हम अरिहंत परमेष्ठी के रूप में करते हैं। फिर मोक्ष कल्याणक की उपयोगिता क्या?
समाधान
यह एक क्रिया है, प्रतिष्ठा शास्त्रों में कई जगह मोक्ष कल्याणक की किसी क्रिया का विधान नहीं किया। फिर भी हम जब अरिहंत की पूजा करते हैं, तो हमारे यहाँ कहा गया है कि ‘पंच महा कल्याण सम्पन्नानम् अरिहंताणम्‘ – अरिहंत को जब हम पूजते हैं तो जैसे गर्भ-जन्म-तप को हम अरिहंत अवस्था में स्थापित करते हैं। ऐसे ही मुक्त अवस्था मोक्ष कल्याणक को भी अरिहंत अवस्था में स्थापित कर लेते हैं। तभी उनका परिपूर्ण आराधन होता है।
Leave a Reply