शंका
हमारे द्वारा किये गये किसी भी कार्य का परिणाम आशा के अनुरूप न आये तो अपनी मन:स्थिति को कैसे नियंत्रण में करना चाहिए?
समाधान
सबसे पहले एक सूत्र वाक्य अपने दिमाग में बैठा लें कि ‘मेरे हाथ में प्रयत्न है, परिणाम नहीं है।’ हम कोई भी कार्य करें तो हम ये सोच कर करें कि जैसा हम प्रयत्न करेंगे वैसा हमें result (परिणाम) मिलना चाहिए। अपना उत्कृष्ट से उत्कृष्ट प्रयास करें। Effort (प्रयत्न) में कोई कमी न करें। उसके बाद अच्छा प्रयत्न करने के उपरान्त, अच्छा प्रयास करने के बाद भी परिणाम अनुकूल न आये तो ये सोचें कि ‘शायद मेरे भाग्य में कोई कमी है या मेरे प्रयासों में कुछ कसर रह गई; मैं फिर से प्रयास करूँगा तो सफल हो जाऊँगा।’ आपका काम सफल होगा और मन कभी हताश नहीं होगा।
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