शंका
साधु-सन्तों के दर्शन करते समय हमारे भाव किस तरह होने चाहिए?
समाधान
साधु-सन्तों के दर्शन करते समय हमारे भाव इतने ही होने चाहिए कि हम उनके चरणों में आएं; और साधु न बनें पर कम से कम असाधु कार्य करना बंद कर दें। बस यह प्रार्थना करें कि आपके चरण की शरण में आयें हैं, तो मेरे द्वारा कभी भी कोई भी असाधु कार्य न हो।
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