मेरा प्रश्न है कि मैं exam (परीक्षा) टाइम में hopeless हो जाती हूँ। मैं learn (याद) तो करती हूँ पर hopeless हो जाती हूँ।
देखो अपने confidence (आत्मविश्वास) को build up करो। जब तक तुम्हारा confidence develop नहीं होगा, तुम्हारे मन में ऐसी ही निराशा होगी। Hopeless कभी नहीं होना चाहिए, hopeless क्यों हो? जब मैंने पढ़ाई की है, तो फिर हमें निराश होने की क्या जरूरत है? बिना पढ़े exam देते हो कि पढ़कर exam देते हो? साल भर पढ़ते हो न? तो फिर hopeless नहीं होना चाहिए। हमने पढ़ाई की है, तो हम जो लिखेंगे वही सही होगा। अपने confidence को develop करो और इसका एक तरीका है। जब paper देने जाओ, लिखना शुरू करो तो ९ बार णमोकार मन्त्र जपो। और उसके बाद जब पहला शब्द लिखने को हो, एक गहरी श्वास अपनी छाती में भर लो। और एक शब्द लिख लो, उसके बाद श्वास छोड़ना। मतलब लिखने की शुरुआत भीतर श्वास लेकर जिसे हम पुरख स्वर कहते है, उसमें करोगे तो आपका confidence भी बढ़ेगा और इसमें positive energy जाएगी। तो यह सब चीजें ठीक हो जाएंगी।
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