शंका
जब भी हम लोग मन्दिर जाते हैं, हमें कहा जाता है कि हमें चमड़े की चीज अन्दर लेकर नहीं जानी चाहिए। मन्दिर में बहुत लोग ऐसे होते हैं जो silk के कपड़े पहन के अन्दर जाते हैं। इसके लिए भी मनाई होनी चाहिए?
समाधान
बिल्कुल होना चाहिए और जो silk (रेशम) के कपड़े पहन कर के मन्दिर जाते हैं, चाहे वे स्त्री हो या पुरुष, इस बच्चे के प्रश्न से उन्हें सीख लेनी चाहिए। silk का कपड़ा तो जीवों का कलेवर है। उसे कभी पहनने की बात तो बहुत दूर, छूना भी नहीं चाहिए। यह घोर हिंसा है इससे बचना चाहिए।
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