शंका
आजकल के जो parents (अभिभावक) होते हैं वो अपने बच्चों को दूसरे बच्चों से compare (तुलना) करते हैं जिससे हम बच्चों के अन्दर नेगेटिविटी (negativity) आ जाती है, तो उसको कैसे सुधारें?
समाधान
Parents (अभिभावक) को पहले सुधारना पड़ेगा। उनकी अपेक्षाएँ कुछ ज़्यादा हो जाती हैं। एक बार ऐसा हुआ कि पति के हाथ में रिज़ल्ट (result) था, “ये कोई रिज़ल्ट है! गणित में दस नंबर, अंग्रेजी में सात नंबर, हिंदी में पाँच नंबर, विज्ञान में बारह नंबर। पूरा रिज़ल्ट का बारह बजा दिया, ये कोई रिज़ल्ट है?” पत्नी ने चिल्लाया, पूछा, “क्या बात है, क्यों इतना चिल्ला रहे हो, किसके रिज़ल्ट की बात?” “देखना! ये कोई रिज़ल्ट है, पूरा साल बर्बाद कर दिया।” पत्नी ने रिज़ल्ट देखा और अपने पति के आगे करते हुए कहा, “थोड़ा ढंग से देखो तो सही! ये रिज़ल्ट किसका है”, पता लगा उसके खुद का रिज़ल्ट था।
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