शंका
हमारे गाँव में एक मन्दिर बहुत पुराना बना हुआ है, वहाँ पर ५-६ घर जैन समाज के थे और वहाँ काम नहीं होने की वजह से वहाँ से कोई दिल्ली चला गया, कोई जयपुर चला गया। हमने वहाँ पर एक पंडित को रखकर अभिषेक- पूजा का इंतजाम किया हुआ है और कुछ हमें करना हो तो आपका क्या इसमें हमें आदेश है?
समाधान
अपने व्यापार-व्यवसाय के पीछे लोग घर परिवार छोड़ देते हैं, सम्पत्ति तो सलटा देते हैं, भगवान को भगवान भरोसे छोड़ देते हैं। ये बात ठीक नहीं है। फिर भी अगर किसी परिस्थितिवश जाना हुआ है, तो ऐसा सुनिश्चित करना चाहिए कि भगवान का पूजन-प्रक्षाल तो नियमित चलता रहे और उसके लिए विद्वान् आपने रखा, प्रयास करें वहाँ लोग भी बसें।
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