मैंने कई बार पढ़ा है कि “भारत किसी सदी में विश्व गुरु होगा” तो इसकी सम्भावना कितनी है? भारत में हम देख रहे हैं कि संस्कृति का बहुत तेजी से अपसंस्कृतिकरण हो रहा है। हर क्षेत्र में गिरावट आ रही है, तो भारत धर्म के क्षेत्र में विश्व गुरु होगा या अर्थ क्षेत्र में अर्थव्यवस्था के रूप में?
विश्व गुरु के सन्दर्भ में बात कही जा रही है, भारत विश्व गुरु था। लेकिन आज के समय में गुरु शब्द का अर्थ ही अलग हो गया। लोग कहते हैं “यह तो बड़ा गुरु है”, ऐसे गुरुओं की तो भारत में आज भरमार है, तो गड़बड़ हो जाएगा। मैं नहीं कह सकता, मेरे पास कोई भविष्यवाणी नहीं है। पर मैं यह कह सकता हूँ जिस दिन भारत अपनी मूल भारतीयता को स्वीकार कर लेगा, उस दिन सारे जगत का आदर्श बन जाएगा और यह तभी सम्भव होगा जब भारत में जन्म लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति अपने आप को विशुद्ध भारतीय होने में गौरवान्वित महसूस करें और विशुद्ध भारतीय बनने का सार्थक प्रयास करें।
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