शंका
मेरी बेटी विदेश में है और वह मन्दिर नहीं जा पाती, घर पर पूजन-पाठ करती है, तो उसे उतना ही पुण्य मिलेगा क्या जितना मन्दिर जाने पर मिलता है?
समाधान
उतना पुण्य मिलेगा या नहीं यह तो बाद की बात है पर पाप नहीं मिलेगा यह तथ्य की बात है। कुछ न करने से अच्छा है कि जितना बने उतना करे। मैं कह दूँ कि उतना ही पुण्य मिलेगा तो सब लोग मन्दिर जाना बंद कर देंगे, पर ध्यान रखना, मन्दिर का काम मन्दिर में होता है और घर का काम घर में होता है। जो लाभ आपको मन्दिर में मिलेगा वह घर में नहीं मिल सकता। लेकिन हमारे यहाँ एक नीति है- पूरा जाता देखिए, आधा लेव बचाए। न करने से घर पर करना भी अच्छा है।
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Thankyou so much .