शंका
यदि एक महिला का पति चला जाता है वह फिर भी अपने बच्चों को पालती है। पर उन्हीं बच्चों के विवाह में, कन्यादान में उस महिला को पीछे रखा जाता है, ऐसा क्यों?
कमला जैन, अजमेर
समाधान
यह सब अन्धविश्वास है, रूढ़िवाद है। मेरे विचार से तो जो स्त्री अपने पति के वियोग के बाद ब्रम्हचर्य का निर्दोष रीति से पालन करके धर्म कर रही है उसे माँगलिक मानना चाहिए और माँगलिक कार्य में आगे बढ़ाना चाहिये।
Leave a Reply