शंका
भगवान के समक्ष एवं महाव्रती मुनियों के समक्ष मायाचारी करने का क्या परिणाम होता है?
समाधान
हमने बुंदेलखंड में एक सूत्र, बहुत अच्छी सूक्ति पढ़ी है, “गुरु संग कपट, मित्र संग चोरी, के होए निर्धन, के होए कोढ़ी।” ये बहुत बड़ा अपराध है, ऐसा कहीं नहीं होना चाहिए।
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