अभिषेक कितने प्रकार के होते हैं?
पुलकित सेठी, झोटवाड़ा, जयपुर
पाँच प्रकार के अभिषेक का उल्लेख आता है। हमलोग मन्दिर में जो अभिषेक करते हैं वह जिनाभिषेक है। एक होता है जन्म अभिषेक, जब भगवान का जन्म कल्याणक मनाया जाता है। दूसरा होता है राज्याभिषेक जब भगवान को राजगद्दी पर बैठाया जाता है। तीसरा होता है वैराग्य अभिषेक जब भगवान दीक्षा लेतें हैं। और चौथा होता जिनाभिषेक जो पंचकल्याणक से युक्त जिन प्रतिमाओं का और मन्दिर में विराजमान भगवान का।
कृत्रिम जिनालय और अकृत्रिम जिनालय में भी देव लोग जो अभिषेक करते हैं वह जिनाभिषेक कहलाता है। पाँचवाँ है देवाभिषेक, यह सब देवों का होता है। जब देव लोग स्वर्ग में जन्म लेते हैं तो उनकी वर्ष शिरोमणि मनाई जाती है। उस समय एक सिंहासन पर देवता लोग नए जन्मे देव को बिठाते हैं और उसका अभिषेक करते हैं। उसको बोलते हैं देवाभिषेक।
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