जैन रात को खाना खाते हैं तो उन्हें पाप लगता है लेकिन अन्य लोग रात में खाना खाते हैं तो उन्हें पाप लगता है या नहीं?
भूमि जैन, जोतवाड़ा
पाप कोई भी करे पाप सबको लगता है पर जिस को पाप का ज्ञान ही नहीं है उनको क्या पाप लगेगा? जैन धर्म एक ऐसा धर्म है जिसमें छोटे-छोटे पाप के प्रति भी नोटिस रखने की बात की जाती है। पाप से बचने की प्रेरणा जन्म घुट्टी के संस्कार में दी जाती है। जैन धर्म का मूल अहिंसा है। किसी भी जीव का घात हमारे द्वारा न हो, किसी भी जीव की हत्या हमारे द्वारा न हो यह कोशिश जैन धर्म में रहती है। इसलिए जैन धर्म को सर्वश्रेष्ठ धर्म कहा जाता है क्योंकि जैन धर्म ही अहिंसा धर्म है। अन्य लोग जो रात में खाते है उनको इसका विवेक नहीं है कि इसमें जीवहिंसा होती है। बहुत से लोग तो नॉन वेज भी खा लेते है इसका मतलब ये नहीं कि उनको पाप नहीं लगेगा। पाप तो सबको लगेगा, हाँ, जैन हो करके ऐसा करोगे तो जानबूझकर के पाप करना और बड़ा पाप है इसलिए अपने को नहीं करना है।
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