शंका
अनन्त चतुर्दशी में अनन्त क्यों लगाया जाता है? उस दिन तो भगवान वासुपूज्य का कल्याणक है?
सन्तोष जैन, सांगानेर
समाधान
मैं मानता हूँ कि जिस दिन धर्म की पूर्णता होती है, हम दस धर्म की आराधना करते हैं और अन्तिम दिन ब्रम्हचर्य धर्म की आराधना करते हैं। जिस चतुर्दशी को धर्म की आराधना हमने की और धर्म की परिपूर्णता की उस चतुर्दशी को हमारे भीतर अनन्त शक्ति आ जाती है या यूँ कहें जो धर्म का आराधन करता है वह अनन्त शक्ति का स्वामी हो जाता है शायद इसलिये उस चतुर्दशी को अनन्त चतुर्दशी कहा जाता है।
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