शंका
हम मोबाइल ऐप डाउनलोड करते हैं कि जिसमें जिनवाणी के भजन और पूजा पाठ का संग्रह रहते हैं तो उनको क्या सुआ सूतक में भी पढ़ सकते हैं?
समाधान
मोबाइल में जो भी आप एप्लीकेशन लगाते हैं उनमें यदि शास्त्र आदि है या मूल ग्रन्थ है उनको आप उन दिन डिस्प्ले न करें, पातक में, अशुद्धि की अवस्था में और सामान्य भजन पाठ आदि है, तो आप उसे पढ़ सकते हैं। आप उसे जिनवाणी मानिएगा, विनय करके आप उसको पढियेगा तो आपको फल मिलेगा। मोबाइल के ऐप में डाउनलोड कोई सामग्री मान कर करिएगा तो जिनवाणी का फल नहीं मिलेगा। जिनवाणी मान कर पढ़ रहे हो तो जिनवाणी जैसी भक्ति करो, शुद्धि रखो।
Leave a Reply