निन्दा नहीं अनुमोदना करें।
https://www.munipramansagar.net/wp-content/themes/munipramansagar/images/empty/thumbnail.jpg 150 150 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=gनिन्दा नहीं अनुमोदना करें। Do not condemn others, respect others किसी भी व्यक्ति के लिए दुसरो में कमियां ढूंढ़ना और फिर निंदा करना बहुत ही आसान कार्य है । वहीँ दूसरी तरफ किसी भी व्यक्ति में एक भी अच्छे देखकर उसे सराहना बहुत ही मुश्किल काम है।सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा निन्दा नहीं अनुमोदना…