चौका, रसोई और किचन में अन्तर
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चौका, रसोई और किचन में अन्तर How should our kitchen be? Share

धर्म का जीवन पर प्रभाव
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धर्म का जीवन पर प्रभाव Effect of spirituality in life. Share

भाव और स्वभाव
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भाव और स्वभाव। Bhaav and Swabhav Share

सल्लेखना, समाधि मरण, संथारा क्या है?
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सल्लेखना, समाधि मरण, संथारा क्या है? What is sallekhana, samadhi maran, santhara? “सल्लेखना (समाधि या सथारां) मृत्यु को निकट जानकर अपनाये जाने वाली एक जैन प्रथा है। इसमें जब व्यक्ति को लगता है कि वह मौत के करीब है तो वह खुद खाना-पीना त्याग देता है। दिगम्बर जैन शास्त्र अनुसार समाधि या सल्लेखना कहा जाता…

मुनि के आगे १०८ क्यों लिखते हैं?
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मुनि के आगे १०८ क्यों लिखते हैं? Number 108 for Saints दिगम्बर साधु जिन्हें मुनि भी कहा जाता है सभी परिग्रहों का त्याग कर कठिन साधना करते है। मुनियों के नाम के आगे १०८ क्यों लगता है , इसके पीछे के कारण को बता रहे हैं मुनि श्री प्रमाण सागर जी Share

क्रूर जानवर (कुत्ते) पालना अशुभ
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क्रूर जानवर (कुत्ते) पालना अशुभ Domesticating cruel animals inauspicious बहुत से लोग ऐसे हैं जो जानवरों से बेहद प्यार करते हैं और उन्हें अपने घर में पालने का शौक भी रखते हैं।अधिकांश घरों में कुत्ते को पालतू जानवर के रुप में देखा जा सकता है। कुत्ते पालने के शौकीन लोग लाखों रुपये खर्च करके अपनी…

पटाखों से हिंसा व दुष्प्रभाव
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पटाखों से हिंसा व दुष्प्रभाव Ill-effects of fire crackers पटाखों की धमक हमारे चेहरे पर जरूर मुस्कान लाती है, पर यह मुस्कान हमारी बर्बादी का पूर्वाभ्यास होती है। इसका आभास हमें उस वक्त नहीं होता जब हम पटाखों की रोशनी में खो जाते हैं। आजकल के युवा पटाखे खरीदते समय उसकी तीखे शोर व प्रकाश…

पारिवारिक, सामाजिक, धार्मिक व व्यावसायिक जीवन में तालमेल
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पारिवारिक, सामाजिक, धार्मिक व व्यावसायिक जीवन में तालमेल Balance professional, personal life and dharma Share

धर्म से पहले राष्ट्रधर्म
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धर्म से पहले राष्ट्रधर्म Nation comes before Dharma कोई धर्म राष्ट्रीय ध्रर्म से बडा नहीं होता, कारण जब राष्ट्रीय धर्म निभाते हैं तो सदभावना अमन चैन और खुशी के पैरोकार हो कर अपना दायित्व निभाते हैं। लेकिन जब हम किसी धर्म को ही अपना विचार बना लेते हैं तब हम स्वार्थी हो जाते हैं। सुने…

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