वेज नॉनवेज किचन एक, मांसाहार का दोष
150 150 admin

वेज नॉनवेज किचन एक, मांसाहार का दोष Same Kitchen for Veg and Non-veg Food आज होटलों आदि में वेज नॉन वेज एक ही किचन में बनने लगा है तो क्या ऐसी जगह भोजन करना उचित है? क्या ऐसी जगह भोजन करने से मांसाहार का दोष लगेगा? – सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर जी से प्रमाणिक…

बच्चों में अच्छे गुण कैसे जाग्रत करें?
150 150 admin

बच्चों में अच्छे गुण कैसे जाग्रत करें? How to inculcate good values in children? यह तो सभी जानते हैं कि आज के इस सामाजिक परिवेश में बच्चों के व्यक्तित्व का विकास कितना आवश्यक है। लेकिन हम कैसे अपने बच्चों के अंदर अच्छे गुण जाग्रत कर सकते हैं? – मुनि श्री प्रमाण सागर जी बता रहे…

पुण्य संचय कैसे करें?
150 150 admin

पुण्य संचय कैसे करें? How to accomulate Punya? पुण्य के संचय से हम पाप कर्मों के फलों को धैर्य पूर्वक भोग सकते हैं पाप के भोग से बचने का एकमात्र उपाय है पुण्य का संचय करना मुनि श्री प्रमाण सागर जी बता रहे हैं पुण्य संचय के उपाय Share

नकारात्मक को सकारात्मक में कैसे बदलें?
150 150 admin

नकारात्मक को सकारात्मक में कैसे बदलें? How to convert negativity into positivity? नकारात्मक सोच हमें दुखी, उदास, तनावपूर्ण, और जीवन से छुटकारा पाने के विचार की ओर ले जाती है। इसलिए अच्छी और रचनात्मक सोच सफलता और उपलब्धियों के लिए बहुत जरूरी है। हम कैसे ऐसी आदतें विकसित करें, जो हमारी सोच को सकारात्मक बनाने…

सोला क्या होता है?
150 150 admin

सोला क्या होता है? What is sola शुद्धता के पैमाने पर सोलह पैरामीटर क्या होते हैं? किन किनसे मिलकर सोला परिपूर्ण होता है? समाधान मुनि श्री प्रमाण सागरजी महाराज का। Share

माँ और गुरु में कौन बड़ा?
150 150 admin

माँ और गुरु में कौन बड़ा? Who is greater: Mother or Guru एक सवाल प्राय लोगो के मन में रहता है की जन्मदाता और जीवन निर्माता में कौन बड़ा? एक तरफ माँ है जो हमें जन्म देती है और दूसरी तरफ गुरु जो हमारे जीवन का निर्माण करते हैं, दोनों में से किसका स्थान बड़ा…

आसक्ति से विरक्ति की ओर
150 150 admin

आसक्ति से विरक्ति की ओर From attachment to detachment खालीपन कैसे लाएं, जीवन में पर पदार्थों के प्रति आसक्ति कैसे कम करें। जानें उपाय मुनि श्री प्रमाण सागर जी से। Share

पुण्य-पाप के स्तर
150 150 admin

पुण्य-पाप के स्तर Levels of virtues and sins जीवन में हम कर्मों का फल पुण्य एवं पाप के रूप में भोगते हैं। पुण्य वह विशेष ऊर्जा अथवा विकसित क्षमता है, जो भक्तिभाव से धार्मिक जीवनशैली का अनुसरण करने से प्राप्त होती है। पाप बुरे कर्म का फल है, जिससे हमें दुख मिलता है । सुनिए…

मुनियों को प्रतिदिन भगवान का दर्शन करना जरूरी?
150 150 admin

मुनियों को प्रतिदिन भगवान का दर्शन करना जरूरी? Daily devdarshan for Saints a must? क्या साधु परमेष्ठी को भी प्रतिदिन मन्दिर जाना जरूरी? श्रावक के षट आवश्यक में यह भी एक है। जानें आगमोक्त समाधान मुनि श्री का। Share

विजयदशमी और दुर्गा पूजा
150 150 admin

विजयदशमी और दुर्गा पूजा Vijayadashmi & Durga Pooja दशहरा (विजयदशमी) हिन्दुओंका एक प्रमुख त्योहार है। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। इसीलिये इस दशमी को विजयादशमी के नाम से जाना जाता है। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर जी से विजयदशमी और दुर्गा पूजा का सही अर्थ Share

Share