शंका
सम्यक् दृष्टि जीव का जन्म कहाँ नहीं होता?
समाधान
सम्यग्दृष्टि के विषय में छहढाला में बताया है कि
“प्रथम नरक बिन षट भू ज्योतिष,वान भवन षंड नारी।
थावर विकल त्रय पशु में नहिं, उपजत सम्यक् धारी।।”
अर्थ: पहले नरक को छोड़कर शेष छह नरकों में, ज्योतिषी में, भवन वासियों में, व्यंतरों में, नपुंसकों में, स्त्री में, स्थावर में, दो इन्द्रिय, तीन इन्द्रिय, चार इन्द्रिय, और असंज्ञी पंचेन्द्रिय तथा पशुओं में सम्यग्दृष्टि जीव उत्पन्न नहीं होता।
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