By:admin December 14, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/WhatsApp-Image-2018-12-18-at-16.55.13.jpeg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 14, 2018 August 29, 2019 उत्तम आकिंचन्य उत्तम आकिंचन पिता की मृत्यु के उपरांत पिता की संपत्ति को लेकर चार भाइयों के मध्य अंतर-मंथन चल रहा था। एक प्रकार का द्वन्द चल रहा था, एक कह रहा…read more
By:admin December 14, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/WhatsApp-Image-2018-12-18-at-17.11.30-1.jpeg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 14, 2018 August 29, 2019 उत्तम त्याग उत्तम त्याग आज बात ‘त्याग’ की हैं और त्याग के दो रूप हैं एक सर्वस्व और दूसरा अंश। जो सर्वस्व को त्यागता हैं, वह साधु होता हैं, साधुता हमारे भीतर…read more
By:admin December 14, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/WhatsApp-Image-2018-12-18-at-17.11.31.jpeg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 14, 2018 August 29, 2019 उत्तम तप उत्तम तप पानी मिट्टी को गला देता हैं, बहा देता हैं लेकिन वही मिट्टी जब मंगल कलश के रूप में परिवर्तित हो जाती हैं, आंच में पककर के घड़े का…read more
By:admin December 14, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/WhatsApp-Image-2018-12-18-at-17.20.56.jpeg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 14, 2018 August 29, 2019 उत्तम संयम उत्तम संयम आज बात ‘संयम’ की हैं, जब कभी भी संयम की बात आती हैं, संयमी व्यक्ति की बात आती हैं, हमारे सामने एक ऐसे व्यक्ति की छवि झूलने लगती…read more
By:admin December 14, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/WhatsApp-Image-2018-12-18-at-16.55.11.jpeg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 14, 2018 August 29, 2019 उत्तम शौच उत्तम शौच एक जिज्ञासु भक्त, भगवान के चरणों में प्रार्थना कर रहा था, उसकी पुकार सुनकर आकाश से वाणी गूँजी। वत्स! तुम क्या चाहते हो, तुम क्या चाहते हो? जैसे…read more