ब्रह्मचर्य के अर्थ : *ब्रह्म का अर्थ होता है -आत्मा। आत्मा की उपलब्धि के लिए किया जाने वाला आचरण ब्रह्मचर्य कहलाता है। मतलब, जो अपनी आत्मा के जितना नजदीक है…
उत्तम तप क्या है? *आसक्ति से विरक्ति, अशांति से शांति की ओर प्रस्थान का नाम ही उत्तम तप है। *तपस्या उसे कहते हैं जिससे कर्म की निर्जरा हो। इसलिए तपस्या…
खुद को गलत कार्यों से बचाते हुए अच्छे कार्यों की तरफ ले जाना ही उत्तम संयम है। हम संयम क्यों करें? मानसिक संयम- आवश्यकता से अधिक देखना, सुनना, व्यस्तता हमारे…