By:admin December 19, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/WhatsApp-Image-2018-12-19-at-16.10.05-1.jpeg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 19, 2018 December 19, 2018 जैन धर्म में नारी का स्थान जैन धर्म में नारी का स्थान क्या जैन धर्म में नारी अधिकार का विरोध है ? नारी के अधिकार का निषेध! ये प्रश्न में ही आपत्ति है। जैन धर्म में…read more
By:admin December 19, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/WhatsApp-Image-2018-12-19-at-16.10.06.jpeg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 19, 2018 December 19, 2018 जीवन में धर्म का स्थान एक बार एक जिज्ञासु सेठ अपने महल में पधारे हुए संत के पास निवेदन लेकर पहुंचा और बोला: सेठ: गुरुदेव जीवन में धन पैसे का उपयोग समझ में आता है,…read more
By:admin December 14, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/Pramansagar-pravachan-27.jpg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 14, 2018 May 24, 2019 क्या करे जब मन हो जाये हताश क्या करे जब मन हो जाये हताश एक बार किसी ने मुझसे पूछा- कि जब चारों ओर घोर अंधेरा हो, कोई मार्ग न सूझता हो तो क्या करें? जब सब…read more
By:admin December 14, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/Pramansagar-pravachan-28.jpg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 14, 2018 May 24, 2019 संयम संतोष से जीवन बदलें संयम संतोष से जीवन बदलें भगवान के दरबार में एक सेठ गया। बहुमूल्य रत्न अर्पित करते हुए उसके भगवान से कहा, है भगवन! वर्षों से मैं तेरी पूजा-अर्चना करता आ…read more
By:admin December 14, 2018 0 https://www.munipramansagar.net/wp-content/uploads/2018/12/Pramansagar-pravachan-29.jpg 261 261 admin admin https://secure.gravatar.com/avatar/a92f9f606a167f670786558a51779425?s=96&d=mm&r=g December 14, 2018 May 24, 2019 क्या जरूरत है षड्यन्त्र रचने की? क्या जरूरत है षड्यन्त्र रचने की? एक दिन एक सज्जन बहुत मेरे पास आए वे बहुत घबराए हुए थे। उन्होंने कहा- महाराज! मुझे एक पहचान वाले व्यक्ति ने कहा है…read more