मन और बुद्धि में सन्तुलन कैसे बिठायें?
Balancing mind and judgment!
जीवन में बहुत कुछ मिलता है पर अधूरी इच्छाओं के रहते एक असंतुष्टता की भावना रह जाती है मन में। इससे दुख पहुँचता है। ऐसी स्तिथि में जीवन में दोनों- बुद्धि और भावना का, दिमाग और दिल का सन्तुलन होना चाहिये।सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा मन और बुद्धि में सन्तुलन कैसे बिठायें?
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