शंका
प्रतिष्ठा करते समय अगर वहाँ पर आचार्य भगवन्त या मुनि न हों तो क्या प्रतिष्ठाचार्य प्रतिष्ठा करा सकते हैं?
समाधान
प्रतिष्ठाचार्य प्रतिष्ठा आयोजन करने के पहले सुनिश्चित कराएं कि कौन आचार्य या कौन मुनि आएँगे, तब प्रतिष्ठा कराने के लिए तैयार हों अन्यथा प्रतिष्ठा न करें अथवा जहाँ मुनि हैं वहाँ से प्रतिष्ठा कराके ले आयें। जब मुनि सुलभ हों तो कभी प्रतिष्ठाचार्यों को स्वयं प्रतिष्ठा नहीं करानी चाहिए। जहाँ मुनि नहीं जा सकते वहाँ भगवान को ले जाकर प्रतिष्ठित करा कर ले आयें। जो लोग ऐसा नहीं कर रहे हैं वो आगम के अनुकूल नहीं है।
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