शंका
मन्दिर जी का धन पीड़ा ग्रस्त लोगों की सहायता के लिए प्रयोग किया जा सकता हैॽ
समाधान
आपत्ति ग्रस्त व्यक्ति की रक्षा करना हमारा पहला धर्म होना चाहिए। मंदिर में रुपया अगर पड़ा है और अगर किसी पीड़ित मानवता की सेवा में, जीवों के कल्याण में उसे लगाया जाता है, तो कोई गलत बात नहीं है। हम मन्दिर में भगवान की मूर्ति की पूजा करते हैं और ऐसे में हम किसी पीड़ित की सेवा कर रहे हैं तो यह भी जीते जागते भगवान की ही सेवा है इसे अलग नहीं समझना चाहिए।
Leave a Reply