दशलक्षण पर्व में स्कूल खुले रहने के कारण मैं अभिषेक-पूजन-प्रवचन का लाभ नहीं ले पाता। अन्य धर्मों के पर्व में स्कूल बंद होता है। क्या हम जैनों के सबसे बड़े पर्व दशलक्षण जी में स्कूल बंद करवाने की व्यवस्था सामाजिक स्तर पर नहीं हो सकती?
पूरा प्रयास करना चाहिए। इसके लिए अभिभावकों को चाहिए कि स्कूल के प्रबंधन को पहले से कहें। इसने तो स्कूल बंद करने की बात पूछी है, स्कूल बंद हो या न हो, कम से कम इन दिनों परीक्षा तो बंद हो। अधिकतर बच्चों की परीक्षाएँ पर्यूषण के दिनों में होती हैं।
आप अपने बच्चों का एडमिशन कराने जाते हैं और वहाँ से जाने के बाद जब आप आते हैं तो आप वहाँ के मैनेजमेंट को कहिये कि इन दिनों कम से कम आप परीक्षाएँ न रखें और विद्यालयों के प्रशासन पर आपका दबाव होगा तो तय मानिए निश्चित उसका अच्छा असर होगा और उसके शुभ परिणाम आएँगे। यह प्रयास करना चाहिए स्कूल बंद होंगे या बच्चों को कुछ घंटों की रियायत मिलेगी तो बच्चे अपने धर्म का पालन कर पाएँगे और इस उम्र में उनके अन्दर संस्कार जमते हैं अन्यथा वह भटक जाएँगे। कम से कम जैन स्कूलों में तो यह होना ही चाहिए।
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