शंका
विहार के समय हम जूते-चप्पल पहन कर चलते हुए जाप करते हैं, भगवान का नाम भी लेते हैं, क्या ऐसा कर सकते है?
रुपेश जैन, हीरा पथ
समाधान
विशिष्ट बीजाक्षरों से युक्त मन्त्रों को अनुष्ठान के रूप में लें तो अलग बात है, अन्यथा भगवान का नाम हम लेते चल रहे हैं तो उसमें कोई दोष नहीं है, णमोकार मन्त्र भी बोल सकते हैं। हम पढ़ते हैं-
अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोपि वा … कोशिश करो जूता ही छोड़ दो।
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