बारह सौ चौंतीस व्रत करने हैं, तो उसमें अष्टान्हिका, सोलह कारण या अष्टमी-चर्तुदशी के व्रत भी शामिल कर सकते हैं क्या?
बारह सौ चौंतीस व्रत करने में जो आपके फिक्स (पहले ही लिये हुए) व्रत हैं वो शामिल नहीं होंगे। अष्टान्हिका, रवि व्रत आदि जो पहले से लिए हुए हैं वो बारह सौ चौंतीस में शामिल नहीं होंगे। ये तो एक पर एक फ्री स्कीम (Scheme) हो जाएगी। कोई व्रत ऐसे हैं, जो ख़ास तिथि के व्रत हैं, उस तिथि में दो व्रत पड़ जाएँ तो बात बन जाती है, जो आपकी तिथि है उसमें। जैसे किसी का कोई व्रत है कि ‘मुझे अष्टमी-चतुर्दशी को उपवास करना है’, अब अष्टमी चतुर्दशी को कोई दूसरा लिया हुआ व्रत भी पड़ गया और एक व्रत आपका लगातार चल रहा है, तो व्रत में व्रत शामिल हो जाएगा। लेकिन बारह सौ चौंतीस व्रत में, चारित्र शुद्धि के व्रत में कोई तिथि का विधान नहीं है। इसलिए उसके साथ और कोई दूसरे व्रत नहीं चलते।
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