बच्चो को धर्म और व्यवहार में अंतर कैसे बतायें
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बच्चो को धर्म और व्यवहार में अंतर कैसे बतायें Living religious life with practical approach आज के युग में बच्चों को धर्म कि शिक्षा देना अति आवश्यक है। साथ ही में उन्हें ये भी बताना जरुरी है के वो इस शिक्षा को अपने जीवन में कैसे उतारें। सुनिए मुनि श्री प्रणाम सागर जी द्वारा कि बच्चो…

धार्मिक कार्य मे आकुलता नहीं उत्साह रखें।
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धार्मिक कार्य मे आकुलता नहीं उत्साह रखें। How to stay enthusiastic in religious activities धार्मिक कार्य करने से सुख कि अनुभूति होती है, मन और दिमाग को शांति मिलती है इसलिए धार्मिक कार्यों को अच्छे भावों से, उत्साह के साथ संपन्न करना चाहिए नाकि आकुलता से। कैसे हम धार्मिक कार्यों में उत्साह रखें आकुलता नहीं…

कैसे जैन धर्म को अपनी दिनचर्या में उतारें?
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कैसे जैन धर्म को अपनी दिनचर्या में उतारें? How to practice Jainism in daily life? जैन धर्म एक व्यावहारिक धर्म है जो क हमें बहुत ही सरलता से जीवन का निर्वाह करने का मार्ग दिखता है। ऐसे धर्म को कैसे अपने जीवन में उतरें, सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा ।

राग, द्वेष, सुख, दुख और आनंद में क्या अंतर ?
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राग, द्वेष, सुख, दुख और आनंद में क्या अंतर ? Difference between love, hatred, happiness, sadness and enjoyment? राग, द्वेष, सुख, दुख और आनंद जैसी भावनाओं को भोगने में ही व्यक्ति अपना जीवन व्यापन क्र लेता है। इन सभी भावनाओं को भोगना ही हमारे जीवन का लक्ष्य नहीं होना चाहिए अपितु इन्हे समझना चाहिए।सुनिए मुनि…

सम्मेदशिखर जी की वंदना के समय कैसे भाव हों?
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सम्मेदशिखर जी की वंदना के समय कैसे भाव हों? what should be our thoughts while worshipping at Sammed Shikharji सम्मेद शिखर जैनो का एक प्रमुख तीर्थ स्थान है। यह जैन तीर्थों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। सम्मेद शिखरजी के कण कण में भगवान बास्ते हैं। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा की सम्मेदशिखर जी की…

जैन धर्म में सैनिक धर्म
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जैन धर्म में सैनिक धर्म Soldier’s duty in Jainism एक सैनिक का सबसे बड़ा धर्म है देश की, लोगों की निष्पक्ष रूप से रक्षा करना। जैन धर्म में सैनिक धर्म के ऊपर सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा के विचार।

जैन संगठनों का सार्थक रूप कैसा हो?
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जैन संगठनों का सार्थक रूप कैसा हो? What are the meaningful forms of Jain organizations? जैन धर्म अनुयायी अलग अलग संगठनों से जुड़े होते हैं। इन संगठनों का स्वरुप और लक्ष्य क्या है। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा जैन संगठनों का सार्थक रूप कैसा हो?

गृहस्थ अणुव्रत पाल सकते हैं?
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गृहस्थ अणुव्रत पाल सकते हैं? How to practice Anuvrat while being in family?

क्या उपरी शक्ति (भूत, प्रेत) होते है?
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क्या उपरी शक्ति (भूत, प्रेत) होते है? Do external powers such as ghost, phantom exist? भूत-प्रेत के नाम से एक अनजाना भय लोगो की मन को सताता है। इसके किस्से भी सुनने को मिल जाते है और लोग बहुत रुचि व विस्मय के साथ इन्हें सुनते है और इन पर बनें सीरियल, फिल्मे देखते है…

ब्रह्माण्ड की रचना किसने की?
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ब्रह्माण्ड की रचना किसने की? Who created the universe? ब्रह्माण्ड सम्पूर्ण समय और अंतरिक्ष और उसकी अंतर्वस्तु को कहते हैं। इस असीम ब्रह्माण्ड की रचना कैसे हुई है? क्या इसे ईश्वर ने बनाया है? सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा ब्रह्माण्ड के रचयिता कि बारे में।