सम्यक दर्शन के प्रभावना और वात्सल्य अंग क्या हैं?
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सम्यक दर्शन के प्रभावना और वात्सल्य अंग क्या हैं? What is Prabhavana and Vaatsalya in Samayak Darshan? “दुर्भिनिवेश रहित पदार्थों का श्रध्दान अथवा स्वात्म प्रत्यक्षपूर्वक स्व-पर भेद का कर्तव्य – अकर्तव्य का विवेक सम्यक दर्शन कहा जाता है। सम्यक दर्शन के ८ अंग होते हैं। इनमें से यदि एक भी अंग नहीं हो तो वह…

दिगम्बर मुनि खड़े होकर आहार क्यों लेते हैं?
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दिगम्बर मुनि खड़े होकर आहार क्यों लेते हैं? Why do Jain monks take food while standing? जैन साधुओं के जीवन को कड़ी तपस्या कहा जाता है।वे अपना जीवन व्यापन बहुत ही सरलता से करते हैं और इस भोग विलास की दिखावटी दुनिया से कोसो दूर होते हैं। वे अपने रोज़ के जीवन में जो बी…

शिष्य का गुरू के प्रति क्या कर्त्तव्य होना चाहिए?
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शिष्य का गुरू के प्रति क्या कर्त्तव्य होना चाहिए? Duties of a Student towards a Teacher ” भारतीय संस्कृति में गुरु-शिष्य परम्परा के अन्तर्गत गुरु (शिक्षक) अपने शिष्य को शिक्षा देता है या कोई विद्या सिखाता है। बाद में वही शिष्य गुरु के रूप में दूसरों को शिक्षा देता है। भारतीय संस्कृति में गुरु का…

क्या है सम्यकदर्शन?
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क्या है सम्यकदर्शन? What is SAMYKDARSHAN? सच्चे देव, सच्चे शास्त्र और सच्चे गुरु का श्रद्धान करना सम्यग्दर्शन है।सम्यग्दर्शन किसको, कब और कैसे होता है ? ये तीन बातें ही मुख्यतया ज्ञातव्य हैं। वह भव्य जीव के ही होता है, अभव्य को नहीं। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा क्या है सम्यकदर्शन? Share

अतिशय शब्द का अर्थ
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अतिशय शब्द का अर्थ Meaning of the word “Atishay” Share

विपत्ति में विरोधी हिंसा उचित?
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विपत्ति में विरोधी हिंसा उचित? Is violence in defence justified? Share

संकल्प के प्रति दृढ़ता रखें
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संकल्प के प्रति दृढ़ता रखें Remain firm for resolution Share

स्त्रोत पाठ की महिमा
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स्त्रोत पाठ की महिमा Share

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