जैन धर्म क्या है? What is Jainism जैन धर्म भारत के सबसे प्राचीन धर्मों में से एक है। ‘जैन धर्म’ का अर्थ है – ‘जिन द्वारा प्रवर्तित धर्म’। जो ‘जिन’ के अनुयायी हों उन्हें ‘जैन’ कहते हैं। ‘जिन’ शब्द बना है ‘जि’ धातु से। ‘जि’ माने – जीतना। ‘जिन’ माने जीतने वाला। जिन्होंने अपने मन…
तीर्थंकरों का वर्ण अलग-अलग क्यों? Difference in color of Tirthankars. जैन धर्म में अलग अलग तीर्थंकरों के शरीर का रंग भी अलग अलग बताया गया है , सभी तीर्थंकरों मैं गुण एक सामान होते हैं फिर उनका वर्ण अलग अलग क्यों? इसके पीछे क्या कारण है – सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर जी के विचार…
छोटे-छोटे नियम-त्याग लें Follow simple restraints मनुष्य कितने भी त्याग कर लें, लेकिन उसे नियम बिना करें तो उस त्याग का फल पूरा नहीं मिलता है। छोटे से छोटा नियम भी अपनाना जरूरी है। छोटे छोटे नियम से जीवन में बहुत बदलाब आता है सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर जी के विचार Share
वैराग्य क्या है? What is Vairagya? वैराग्य का अर्थ लिया जाता है कि घर बार छोड़ कर उदास हो कर गंगा किनारे बैठ जाना| इसीलिए कुछ लोग कहते हैं कि हम तो गृहस्थ वाले हैं अत: हम वैराग्य कैसे करें? कुछ लोगों का कहना है कि घर-बार, समाज, सोसायटी सब कुछ छोड़ कर जंगलों में…