जैन मुनि नग्न क्यों रहते है?
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जैन मुनि नग्न क्यों रहते है? Why Jain monks are naked? “Digambar Jain saints do not put any cloth to cover their body. They consider directions or sky as their cloth and remain without clothes. Some people think that their nudity is indecency but nudity is a natural state of human beings. Clothes are the…

जैन आलू क्यों नही खाते
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जैन आलू क्यों नही खाते Why don’t eat potato? “Why below ground grown vegetable roots like Yam, potato should not be consumed? Is it a sin or violence involved in it? Elaborating muni shri Praman sagar ji along with health risks involved in consumption of roots. “ Share

बच्चों को जैन धर्म की शिक्षा
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बच्चों को जैन धर्म की शिक्षा Teaching Jainism to kids Now days Kids are kept busy with their school activities and parent’s find difficulty in teaching Jain literature to kids. Muni Praman Sagar ji explaning how parent’s can easily teach jain literature to their kids. Share

कर्म निर्जरा कैसे?
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कर्म निर्जरा कैसे? How to do Karma Nirjara? “जब निरंतर कर्मों का बंध हो रहा है, तो कैसे होगा इनका क्षय और निर्जरा। कैसे भाव रखें कर्मों के उदय में- प्रमाणिक उत्तर मुनि श्री प्रमाण सागर जी का “ Share

ब्रह्मचर्य और उपवास का अर्थ
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ब्रह्मचर्य और उपवास का अर्थ Meaning of Brahmcharya and Upwaas “आत्मो उपलब्धि के लिए किया जाने वाला आचरण ब्रह्मचर्य , जाने गुरुदेव मुनि श्री प्रमाण सागर जी द्वारा उपवास और ब्रह्मचर्य का अर्थ “ Share

दान में बोली हुई राशी को विलम्ब से देना उचित?
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दान में बोली हुई राशी को विलम्ब से देना उचित? Delay in giving the commited amount for donation. “दान देने की भावना हम सभी के अंदर होती है पर हम लोग दान की राशी बोलकर उसको विलम्ब से देते है क्या ऐसा करना उचित है , इसके क्या परिणाम हो सकते है – सुनिए मुनि…

अष्टान्हिका पर्व क्या और कैसे मनाये?
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अष्टान्हिका पर्व क्या और कैसे मनाये? Celebrating Ashtanika Parv “संपूर्ण श्रेष्ठ पर्वों में अष्टान्हिका पर्व का अपना विशेष महत्व है। कार्तिक, फाल्गुन व आषाढ़ के अंतिम आठ दिनों में यह पर्व आता है।अष्टमी से प्रारंभ होकर चतुर्दशी व पूर्णिमा तक आठ दिनों में पूरा होता है। इस पर्व में किए गए जप, तप, अनुष्ठान विशेष…

दर्शन विशुद्धि कैसे बढायें?
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दर्शन विशुद्धि कैसे बढायें? Enhancing Darshanvishuddhi Share

अरिहन्त और सिद्ध में अन्तर
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अरिहन्त और सिद्ध में अन्तर Arihanta vs Siddha “जैन धर्म में भगवान अरिहन्त (केवली) और सिद्ध (मुक्त आत्माएँ) को कहा जाता है। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर जी द्वारा अरिह्नत और सिद्ध में अंतर “ Share

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