क्षमा से कर्म निर्जरा कैसे?
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क्षमा से कर्म निर्जरा कैसे? How forgiveness leads to Karma Nirjara निर्जरा का अर्थ होता है आत्मा के साथ जुड़े कर्मों का शय करना। यह जन्म मरण के चक्र से मुक्त होने के लिए आवश्यक हैं। कर्म निर्जरा के लिए क्षमा करना अति आवश्यक है। सुनते हैं मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा क्षमा से कर्म…

स्वयं को कैसे जानें?
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स्वयं को कैसे जानें? How to know yourself? लोग दुनिया को जानने की बात तो करते हैं, पर स्वयं को नहीं जानते। बात ये है की लोग खुद को जानना ही नहीं चाहते। खुद को जानना ही दुनिया की सबसे बड़ी नियामत है। सुनिए मनि श्री प्रमाण सागर द्वारा स्वयं को कैसे जानें?

भगवान की भक्ति से कर्म कटते हैं?
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भगवान की भक्ति से कर्म कटते हैं? Does devotion help shed Karma? भक्ति में इतनी शक्ति है कि वो भगवान को पैदा कर देती है। हमें भक्ति के लिए भगवान की जरूरत नहीं, भक्ति है तो भगवान खुद पैदा हो जाएंगे।भगवान की भक्ति से तो बालाएं ताल जाती हैं। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा…

चिंतन के समय मन क्यों भटकता है?
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चिंतन के समय मन क्यों भटकता है? Why mind wanders during contemplation? मन की बनावट कुछ ऐसी विलक्षण है की एकाग्र नहीं होता। आध्यात्मिक उन्नति में इसके बराबर अड़चन डालने वाला और दूसरा कोई व्यवधान है ही नहीं। सुनिए मुनि श्री प्रमाण सागर द्वारा चिंतन के समय मन क्यों भटकता है?

बड़ा मकान नहीं सोच बड़ी बनायें
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बड़ा मकान नहीं सोच बड़ी बनायें High thinking and simple living जब सफलता व्यक्ति की सोच पर निर्भर करती है तो स्वाभाविक है कि बडी सफलता के लिए सोच का बडा होना आवश्यक है। आज व्यक्ति मकान तो बड़े बना रहा है पर उसकी सोच छोटी होती जा रही है – सुनिए मुनि श्री प्रमाण…

शान्ति कहाँ है?
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शान्ति कहाँ है? Where is peace? “In today hectic world everyone is looking for peace but its hard to find. All of us is suffering from stress, anger and irritation. Where we can find Peace.? this question comes in every mind but where to get answer of this question. Muni Shri Praman sagar Ji explaning…

आत्मिक सुख
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आत्मिक सुख Spiritual bliss आज हर कोई भौतिक सुख के पीछे भाग रहा है, आज लोगों कओ आत्मिक सुख का मतलभ भी नही पता होता और वह भौतिक सुख को ही सच्चा सुख मान कर उसी को पाने में लगा रहता है – मुनि श्री प्रमाण सागर जी बता रहें हैं की भौतिक सुख क्या…

स्व संवेदन को कैसे मापें?
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स्व संवेदन को कैसे मापें? How to measure self sensitivity? “व्यक्ति अपना संवेदन खुद कर सकता है, लेकिन इसे करने के लिए व्यक्ति को क्या करना चाहिए जाने मुनि श्री प्रमाण सागर जी के विचार “

साजिशों से कैसे बचें?
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साजिशों से कैसे बचें? How to avoid conspiracies? आज के इस युग में व्यक्ति साजिशों से घिरा रहता है, व्यापार हो या घर परिवार हर जगह साजिशों ने अपनी जगह बनाली है, आप भी शायद इस से परेशान होने की कैसे इन साजिशों से बचा जाये – सुनें मुनि श्री प्रमाण सागर जी बता रहे…