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“प्राप्त को पर्याप्त” कब-कब मानें?

“प्राप्त को पर्याप्त” कब-कब मानें? शंका “जो प्राप्त है, वही पर्याप्त है”, ये हमे कब-कब implement (प्रयोग मे लाना) करना चाहिए? ज्ञान प्राप्त करने में या धन प्राप्त करने में…

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किसी गलती पर हमारे द्वारा समझाए जाने पर कोई उलटा उत्तर दे तो क्या करें?

किसी गलती पर हमारे द्वारा समझाए जाने पर कोई उलटा उत्तर दे तो क्या करें? शंका अगर कोई व्यक्ति गलती करता है और हम उनको कहें कि “तुम गलत कर…

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क्या भाव शुद्ध होने पर भी बुरे विचार आएं तो दोष लगेगा?

क्या भाव शुद्ध होने पर भी बुरे विचार आएं तो दोष लगेगा? शंका अक्सर हमारे मन में कभी अच्छे तो कभी बुरे विचार आते रहते हैं, लेकिन हमारे भाव उन…

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व्रती को समाज एवं परिवार में समन्वय कैसे बनाना चाहिए?

व्रती को समाज एवं परिवार में समन्वय कैसे बनाना चाहिए? शंका व्रती को समाज एवं परिवार में समन्वय कैसे बनाना चाहिए? समाधान सबसे पहले तो वह व्रती अपने लिए है,…

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विनम्र मायाचारी और विनम्र सदाचारी के बीच भेद कैसे करें?

विनम्र मायाचारी और विनम्र सदाचारी के बीच भेद कैसे करें? शंका मायाचारी जीव भी विनम्र होता है और सदाचारी जीव भी विनम्र होता है। इन दोनों के मध्य भेद कैसे…

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