पति, पत्नी और पर्ची (मुनि श्री प्रमाणसागर जी के प्रवचनांश) पति-पत्नि में अनबन हो गयी। पति को कोई काम था,जिसके लिये सुबह पाँच बजे उठना था।पति की उठने की आदत…
व्यक्तित्व निर्माण से राष्ट्र निर्माण (मुनि श्री प्रमाणसागर जी के प्रवचनांश) विनोबा भावे जी के पास कुछ छात्र राष्ट्र निर्माण का सूत्र पाने की भावना से पहुँचे। विनोबा जी ने…