प्राकृत और अपभ्रंश भाषाएँ जैन संस्कृति के आधार हैं! शंका अधिकांश जैन साहित्य प्राकृत और अपभ्रंश भाषा में रचा गया है। प्राकृत और अपभ्रंश भाषाएँ जैन संस्कृति के आधार हैं।…
व्यवहार जैनत्त्व में होने वाले निरन्तर ह्रास को कैसे रोकें? शंका आप पद विहार द्वारा भारत भ्रमण करते हैं और हम लोग वाहन के द्वारा भारत में भ्रमण करते हैं।…
प्रतिभास्थली में पढ़ कर भी कुछ बच्चे बिगड़ क्यों जाते हैं? शंका धार्मिक शिक्षण संस्थाएं, जैसे प्रतिभास्थली आदि- शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने के लिए खुल रही हैं। वहाँ से…