अच्छी या बुरी परिस्थितियों में मन को कैसे सँभालें? शंका अगर परिस्थिति बदले तो मन:स्थिति ना बदले; इसके लिए हमें क्या करना चाहिए? समाधान जो परिस्थिति है उसको accept (स्वीकार)…
पर्याप्त पुरुषार्थ करने के उपरान्त भी वांछित परिणाम न मिले, तो क्या समझें? शंका यदि भरसक पुरूषार्थ करने के बाद तदनुरूप फल की प्राप्ति ना हो, तो क्या वह पुरुषार्थ…